अमेरिका में SWASTI PANDEY का गाया ठेठ देहाती BHOJPURI VIVAH GARI | भोजपुरी मंगल गारी: सपरिवार सुनिए! - Video
PUBLISHED:  Jul 09, 2016
DESCRIPTION:
*******************************************
As you may know, Swasti ji is also a music teacher in United States of America, with over 25 years of experience. She recommends this Yamaha Keyboard for beginners:
For India: https://amzn.to/315KaIE
For USA: https://amzn.to/31aNbrc

जैसा कि आपको पता होगा, स्वस्ति जी का एक संगीत शिक्षक के रूप में २५ वर्षों से अधिक का अनुभव है और अमेरिका में उनका अपना संगीत संस्थान भी है। सीखने के हिसाब से वाह इस की-बोर्ड का सुझाव देती हैं -
भारत के लिए: https://amzn.to/315KaIE
अमेरिका के लिए: https://amzn.to/31aNbrc

*******************************************

बियाह के गारी गीत
-------------------------------
रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास बाबा कहले बानीं कि -

"जेवत देहिं मधुर धुनि गारी। लै लै नाम पुरुष अरु नारी॥
समय सुहावनि गारि बिराजा। हसत राउ सुनि सहित समाजा॥"

उपरका चौपाई से किलियर बा कि बियाह में नांव लेइ लेइ गारी "गावे" के परम्परा आदि काल से चलल आ रहल बा। रामो जी के बियाह में मिथिला के मेहरारू लो जमके गारी गइले रहली लो। नोट करे आला मेही बात ई बा कि रेगुलर गारी आ बियाह के गारी में कउवा आ बगुला अतना फरक होला। बियाह के गारी "गवाला"; रेगुलर गारी लेखा "दियाला" ना। बियाह आला गारी मंगल (शुभ) मनाला आ रेगुलर गारी काऽ मनाला, ऊ त रउवा पते बा! बियहुती माहौल अइसन रहेला कि गारी के गीत सुने आला के ई गीतिया खूबे मीठ लागेला।बियाह के गारी गीत इंट्रोवर्ट (अंतर्मुखी) के एक्सट्रोवर्ट (बहिर्मुखी) बनावेला।ई गीतन से परोजन के हामस भरल माहौल हलुक हो जाला, अंजानो अदमी खुल के बोले बतियावे लागेला आ नाया नाता के तागा बरियार होला। गारी गीतन के ऊहे परभाव होला जइसे कि पीपुल मैनेजमेंट के पढ़ाई में "breaking the ice" आ टीम-बिल्डिंग खाती अनौपचारिक हँसी मजाक आ खेला होला ताकि टीम के नयका लोग आपस में नीमन से collaborate (घुलमिल के काम) करो।

अइसे बियाह के अलग-अलग बिधि के गारी के लेभेल आ setup अलग-अलग होला। जइसे जलुवा आ मटकोड़ strictly मेहररुई ममिला होला। एक बेर ढेर छोट रहला गुने, मटकोड़ में अम्मा संगे गईल बानी। बाप रे बाप! - जवन मेहरारू लो सामान्यतः सीधवा गाइ लागे ली लो, ओहनी लो के असली रूप मटकोड़ में नू लअकेला रे दादा। मने ईहे बूझि जाईं कि थोड़ देर खाती "नउनिया के दुनिया, सन्नी लेउनिया" लेखा हो जाला! जानि जाईं कि - का सास, आ का पतोह - मय लो हाथ चमका-चमका, एक दोसरा के ठोढ़ी प मार-मार, नांव लेइ-लेइ आ चिउँटी काट-काट अस "नीमन-नीमन" गारी गावे ला लो कि हम त डरे चिचिया चिचिया फेंकरे लागल रहनी कि ई हमरा अम्मा के काहे मय मिल के पीटत बाड़ी सन। डीह बाबा के किरिया केहू से कहब ना नू? हमरा ६४ GB मेमोरी के दाद दीहीं (खाज जन देब!) - हमरा आजो ओह गारी में ले एकाध-गो "नीमनका" लइनवा ईयाद बा! हम जे ऊ T-Series में गाइ दीहीं त "हन्नी" सिंघवो के मय "मधु" निकल जाई !!

जब दुआरे बरियात लागेला तब के गारी अलग होला। बरियाती लो के "स्वागत" होला - मर्यादा पूर्ण तरीका ले ओहनी लो के नीच देखाइ देखाइ के! माइक एके गो रहेला आ गाँव के कई गो लाता मंगेसकर ओ में गावे खाती माटाझोझ क दे ली लो चीकर चीकर -

"हथिया हथिया सोर कईले, गदहो ना ले अईले रे!
तोरा बहिन के सोंटा मारो, राजपुर हँसइले रे!!"

गाँव के "गुरुप सांग" (Group Song) गावे के एगो आपने मनोविज्ञान बा। एह बिसय प खखनू बाबा के रिसर्च छप सकेला। अगर फूलपातो पहिलका लाइन कढ़ा दिहली, त रमदुलारो दोसरा लाइन कढावे खाती प्राणायाम लेखा संवसे सांस घींच के तइयार रहीहें। अभी पहिलका लाइन ओराईल ना कि रमदुलारो दोसरका लाइन माइक में भर जोर चिचिया दीहें -

"झाड़ बत्ती सोर कईले, ढिबरी ना ले अईले रे!
तोरा बहिन के सोंटा मारो, राजपुर हँसइले रे!!"

जवन गायिका तनी ढेर चन्हाक होली सन, तवन next song खाती कुशल किरकेटर बैट्समैन लेखा gap प नजर गड़वले रहेली सन।जहाँ कौनो फील्डर रूपी बराती सूट बूट, "Pay Ban" गौगल्स टंगले, लइकियन का ओर तिकऽवलस, कि बस - मोका प चउका मार देली सन -

"एही बरियतियन के कुरता नहीं है, एही बरियतियन के कुरता नहीं है,
पेन्हआओ, पेन्हआओ मेरी सखियाँ औरतन के बेलाऊज पेन्हआओ !!"

बरात के नस्ता के बेरा तक ले गारी गहीराह हो जाला। !! "Caution - अगर अभी नस्ता करत होखब, त जनि पढ़ीं"

"छेरिया के लेड़िया के घुघुनी बनाऊ रे,
एही बरियतियन के नस्ता कराऊ रे"

गुरहत्थी के बेर भसुर प गारी के गाज गिरेला -

"पनबट्टा के चाभी हेरईलऽ ए भसुर, कि वाह वाह,
अब मड़वे में भकु भईलऽ ए भसुर, कि वाह वाह !!"

ससुरो के ना बख्शल जाला -
"साला ससुरा, साले ससुरे को खम्भे से बाँध रखूँगी, साला ससुरा"

असहीं असहीं कई गो हलुक फुलुक गीत होला, एहिजा त ले कि पण्डियो जी नपा जा लन!
मय गीत त ईयाद नइखे बाकिर पत्नी भारत गइल बाड़ी, नइहर में बियाह परल बा। हम मन मसोस के लइकन के जिम्मेवारी ढोअतानी त सोचनी हँ कि बियाह में त ना जाए पवनी बाकी हम आपन मन ईहे कुल्हि बियाह के बतकही साझा क के लगा लीहिं

चलीं सभे सुनल जाओ स्वस्ति पाण्डेय आ उनुकर सखी लो कइसे समधी के मंगल गारी गावऽ तारी। ई गीत एहिजा आयोजित बिहार दिवस में गवले रहली लो आ सभके ख़ूब पसन परल रहे।
नोट - ई मटकोड़ लेखा नइखे, ठाठ से सुनल जा सकेला !!

All images in the video - courtesy Google and Flickr.com

To listen to more songs by Swasti Pandey, subscribe to the YouTube channel “Swasti Bhojpuri Music USA”:
www.youtube.com/user/tkailash

अमेरिका में बसल भोजपुरिया बेटी - स्वस्ति पाण्डेय के YouTube चैनल "Swasti Bhojpuri Music USA" Subscribe करीं आ उनुकर गावल "ओरी तरs, ओरी रे तरs" नीयन परिवार संगे सुने जोग, 500 गो ले बेसी पारम्परिक भोजपुरी गीत सुनीं -
www.youtube.com/user/tkailash

#Bhojpuri #SwastiPandey #BhojpuriUSA
follow us on Twitter      Contact      Privacy Policy      Terms of Service
Copyright © BANDMINE // All Right Reserved
Return to top